भारतीय जनसंचार संस्थान पत्रकारिता में भारत देश के बड़े संस्थानों में से एक है, जिसमे पढ़ने के लिए देश–विदेश के छात्र –छात्राओ का सपना होता है।
श्री हरि शंकर सोनी सर के सही निर्देश की वजह से संस्थान में पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
जिसे भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। यह एक स्वायत्तशासी संस्थान है, संचार के प्रशिक्षण अध्ययन और अनुसंधान के लिए यह एक अग्रणी संस्थान है। इसकी स्थापना 17 aug 1965 ko यूनेस्को की सहायता से हुई थी। इसका उद्घाटन तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया था।
भारतीय जनसंचार संस्थान ने प्रिंट मीडिया, फोटो पत्रकारिता, संचार अनुसंधान, विज्ञापन और जनसंपर्क सहित तमाम मीडिया विषयो पर प्रशिक्षण दिया जाता है।
इसका अपना प्रिंटिंग प्रेस और टेलीविजन स्टूडियो है। इसका अपना रेडियो चैनल भी है जिसका नाम अपना रेडियो 96.9 है।
संस्थान द्वारा एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठयक्रम चलाए जाते है।
जिसमे हिंदी, अंग्रेजी, ओडिया, मराठी, ऊर्दू, मलयालम आदि भाषाओं में पाठयक्रम शामिल है। भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को यहाँ प्रशिक्षण दिया जाता है, साथ ही गुट निरपेक्ष और अन्य विकासशील देशों के लिए विकास पत्रकारिता
के पाठयक्रम संचालित किया जाता है।
हर साल लगभग 585 छात्र–छात्रा संस्थान से उत्तीर्ण होकर देश–विदेश में भारत का नाम रोशन करते हैं,
संस्थान का मुख्यालय नई दिल्ली में है,
इसके पांच क्षेत्रीय कार्यालय आइजोल (मिजोरम 2011), अमरावती ( महाराष्ट्र 2011), ढेंकनाल (ओडिशा 1993), केरल 1995 और जम्मू कश्मीर 2012 है।
मास मीडिया में उपयोग उन्मुख पाठयकर्मो की पेशकश करते हुए, IIMC का अपने छात्रों के उत्कृट प्लेसमेंट रिकॉर्ड है,
इंडिया टुडे, आउटलुक और द वीक–हंस द्वारा 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 me शैक्षणिक संस्थानों की वार्षिक रैंकिंग में इसे देश में नंबर 1 मीडिया संस्थान का दर्जा दिया है।
IIMC Delhi में देश की सबसे बड़ी विशिष्ट जनसंचार लाइब्रेरी में से एक है। इसमें जनसंचार और संबद्ध क्षेत्रों के विभिन्न पहलुओं पर पुस्तको और पत्रिकाओ के 40,000 से अधिक शीर्षक का संग्रह है। पुस्तकालय संचार के क्षेत्र में विभिन्न प्रतिष्ठत अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओ की भी सदस्यता लेता है।
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